Benefits of Modicare Well Calcium Complex in Hindi
क्या आप जानती हैं महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा कैल्शियम की जरूरत होती है?
क्या आप जानती हैं एक स्वस्थ महिला को कितना कैल्शियम प्रतिदिन लेना चाहिए?
आप अपनी कैल्शियम की जरूरत को कैसे पूरा करते हैं / करती हैं?
कैल्शियम सभी के लिए जरूरी है चाहे वह महिला हो या पुरुष । यह वह तत्व है, जो की हड्डियों का विकास करता है। गर्भवती महिला के लिए कैल्शियम का भरपूर सेवन करना बहुत जरूरी होता है इससे उसके पेट में पल रहे बच्चे को भी कैल्शियम प्राप्त होता है जिससे कि बच्चे की हड्डियों का विकास अच्छा होता है। ज्यादातर महिलाओं में कैल्शियम की कमी देखी जाती हैं।
कैल्शियम हमारे शरीर में हड्डियों के निर्माण का आधार होती है।
- हृदय की गति को और नाड़ियों की चाल को नियंत्रित करता है।
- लगभग 99% कैल्शियम हड्डियों में मौजूद होता है और बाकि 1% खून में स्थिर बना रहता है।
- कैल्शियम - हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने वाला महत्वपूर्ण खनिज-पदार्थ है।
- हॉर्मोन के सेक्रिशन को बढ़ाता है और एंजाइम के स्राव को नियंत्रित करता है।
कैल्शियम की कमी होने पर शरीर में क्या - क्या परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं ...
1. कैल्शियम की कमी के कारण महिलाओं की रीढ़ की हड्डी में दर्द होने लगता है जो की असहनीय हो जाता है। रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर का आधार होती है।2. नाखून कमजोर होने लगते हैं और आसानी से टूट जाते हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर नाखूनों पर सफेद निशान भी दिखने लगते हैं।
3. मासिक धर्म में अनियमितता - महिलाओं में कैल्शियम की कमी की वजह से मासिक धर्म देर से और अनियमित तौर पर होता है।
4. दांत कमजोर होकर टूटने लगते हैं। छोटे बच्चों में कैल्शियम की कमी से दांत देर से निकलते हैं।
5. बालों के विकास में कैल्शियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसकी कमी से बाल झड़ने लगते हैं, रूखे और बेजान हो जाते हैं।
6. कैल्शियम की कमी के कारण शरीर में रोग - प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिससे कि थोड़ा सा मौसम में परिवर्तन होने पर हम जल्दी बीमार पड़ जाते हैं।
7. कैल्शियम की कमी के कारण मांसपेशियों में अकड़न और दर्द बना रहता है।
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ( ICMR) के अनुसार भारतीयों के लिए (R.D.A.) परामर्श अनुमान आहार
- 1 से 9 वर्ष के बच्चों को प्रतिदिन 600 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।
- 10 से 12 वर्ष के बच्चों और किशोरों को प्रतिदिन 800 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।
- महिलाओं को प्रतिदिन 1200 मिलीग्राम और पुरुषों को प्रतिदिन 600 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।
अगर यह जरूरत आप दूध से पूरी करना चाहते हैं तो आपको गाय के 1 लीटर दूध में 1200 मिलीग्राम कैल्शियम प्राप्त होता है और भैंस के 600 मिलीलीटर दूध में 1200 मिलीग्राम कैल्शियम प्राप्त होता है। इसी कारण भारतीय भोजन में कैल्शियम की कमी पाई जाती है अतः इस कमी को पूरा करने के लिए हमें सप्लीमेंट का प्रयोग करना चाहिए। आइए जानते हैं मोदी केयर वेल कैल्शियम कंपलेक्स (Modicare Well Calcium Complex) सप्लीमेंट के बारे में ।
(Modicare Well Calcium Complex) मोदी केयर वेल कैल्शियम कंपलेक्स के मुख्य तत्व और विशेषताएं :-
- कैल्शियम साइट्रेट मैलेट - कैल्शियम का सबसे प्रभावी और जैविक रूप से उपलब्ध रूपों में से एक है जो हड्डियों के घनत्व को सामान्य बनाये रखने और उसके विकास में सहायक है।
- विटामिन D - ये एक अति आवश्यक विटामिन होता है जो हमको नहीं पता कि हमे मिल रहा है या नही। जाँच द्वारा हमारे शरीर में इसकी मात्रा का पता लगाना चाहिए। अधिकतर सभी को ये विटामिन सूर्य से मिलता है लेकिन ये इतना आसान भी नही है अगर आप सूरज की रोशनी नही पाते या ऐसे स्थान में रहते है जहां आपको पूरी तरह से धुप नही मिलती तो हमे विटामिन D के सप्लिमेंट (Supplement) का सेवन करना चाहिए। विटामिन डी (Vitamin D) का हमारे शरीर में ठीक तरह से अवशोषण होना चाहिए क्योंकि यह तत्व हड्डियों और दाँतो के लिए बहुत जरूरी है।
- विटामिन D2 - कैल्शियम अवशोषण को अनुकूलित करने में मदद करता है।
- संपूर्ण रूप से सूपर फूड में विशिष्ट एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं।
- विटामिन K - रक्त प्रवाह के साथ कैल्शियम के प्रवाह में सहायक; आर्टेरियल कैल्शिफिकेशन को रोकने और हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है।
- जिंक एमिनो एसिड चेलेट - ज़िंक के सबसे प्रभावी और जैविक रूप से उपलब्ध रूपों में से एक है जो मेटाबोलिक क्रिया में सहायता करता है और प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत करता है ।
- साइसस क्वैडेंग्युलेरिस: - साइसस का उपयोग हड्डी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, टूटी-फुटी हड्डियों और चोटिल लिगामेंट्स व टेंडॅन्स को ठीक करने हेतु विभिन्न आयुर्वेदिक दवाएँ तैयार करने में किया जाता है।
- मैगनिसियम- मैगनिसियम हमारे शरीर की रासायनिक प्रतिक्रिया में सहायक होता है। ये पोषक तत्व हमारी नाड़ियो तथा मांसपेशियों को मजबूती देता है इससे हमे ओस्टपोर्सिस (Osteoporosis) नही होता या उसकी संभावना कम कर देता है। इससे रक्त चाप भी नियंत्रित रहता है। तथा दिल की बीमारीयो से भी दूर रखता है।
संभावित उपयोगकर्ता
- 12 वर्ष के ऊपर कोई भी व्यक्ति जो अपने आहार में सप्लीमेंट के रूप में कैल्शियम - मैग्नीशियम और विटामिन डी लेना चाहते हैं, जैसे महिलाएं, बच्चे, किशोर, और बुजुर्ग
उपयोग हेतु सुझाव
- 1 कैप्सुल दिन में दो बार या चिकित्सक के परामर्श के अनुसार
- ये सप्लीमेंट्स ईलाज करने, उपचार करने, बीमारी की पहचान करने या उससे बचाव के लिए नहीं हैं। गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बीमार व्यक्तियों को इसके सेवन से पूर्व चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिए।
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